30% लोग हैं सेकण्ड हैंड स्मोकिंग के शिकार- जीईटीएस इंडिया 2010
‘आजीविका बचाने के नाम पर सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए जोखिम को हम लंबे समय तक बर्दाश्त नहीं कर सकते।’ केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद ने आज यहां पहला वैश्विक वयस्क तम्बाकू सर्वेक्षण (जीएटीएस)-इंडिया 2010 जारी करने के बाद यह बात कही. आजाद ने कहा है कि तम्बाकू पैदा करने वाले किसानों की आजीविका को खतरे में नहीं डाला जा सकता लेकिन हमें किसानों और खेतीहर मजदूरों को तम्बाकू उद्योग से बाहर निकालने की दिशा में काम करना होगा. उल्लेखनीय है कि यह सर्वे तम्बाकू के अर्थशाश्त्र और इसके व्यापक प्रभाव जानने केंद्र सरकार के द्वारा कराया गया है.
इस अवसर पर राज्य मंत्री श्री दिनेश त्रिवेदी ने चित्रों के जरिए चेतावनी जारी करने का आह्वान करते हुए तम्बाकू चबाने के इस्तेमाल पर नजर रखने पर जोर दिया. उन्होंने तम्बाकू की जगह वैकल्पिक फसलों की जरूरत पर भी बल दिया. राज्य मंत्री ने तम्बाकू के इस्तेमाल की बुराई का मुकाबला करने के लिए जनता में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया.
गेट्स इंडिया तम्बाकू पीने और तम्बाकू के धूआंरहित इस्तेमाल के अलावा विभिन्न तम्बाकू उत्पादों, इस्तेमाल की आवृति, शुरूआत करने की आयु आदि जैसे तम्बाकू उत्पादों के इस्तेमाल विविध आयामों के बारे में सूचना उपलब्ध कराती है।
गेट्स इंडिया के मुख्य अंश :
वर्तमान समय में 34.6 % वयस्क तम्बाकू उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं। जिनमें से 47.9 % पुरुष और 20.3 % महिलाएं हैं. 5.7 % वयस्क सिगरेट पीते हैं. इनमें 10.3 % पुरुष और 0.8 % महिलाएं हैं। वर्तमान समय में बीड़ी पीने वाले वयस्कों की संख्या 9.2 % है. इनमें 16.0 % पुरुष और 1.9 % महिलाएं हैं. वर्तमान समय में धूआंरहित तम्बाकू का इस्तेमाल करने वाले वयस्कों की संख्या 25.9 % है. इनमें 32.9 % पुरुष और 18.4 % महिलाएं हैं. प्रतिदिन तम्बाकू इस्तेमाल करने वालों में 60.2 % लोग उठने के आधे घंटे के भीतर तम्बाकू का सेवन करते हैं. तम्बाकू का प्रयोग करने वाली 25.8 % महिलाओं में 17.8 % ने इसकी शुरूआत औसतन 15 वर्ष से पहले की • नाबालिगों में (15-17) 9.6 % किसी रूप में तम्बाकू का इस्तेमाल करते हैं और उनमें से ज्यादातर तम्बाकू उत्पादों को खरीद सकने योग्य होते हैं। • वर्तमान समय में 10 में से 5 धूम्रपान करने वालों (46.6 %) और धूम्ररहित तम्बाकू का इस्तेमाल करने वाले (45.2 %) इसे छोड़ने की योजना बनाते हैं या कम से कम छोड़ने के बारे में सोचते हैं। • करीब 10 में से 5 वयस्क (52.3 %) घर पर और 29.9 % सार्वजनिक स्थानों पर (विशेषतौर पर सार्वजनिक परिवहन और रेस्तरांओं में) सेकेंड हैंड स्मोक अर्थात धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के आसपास मौजूद रहने के कारण प्रभावित होते हैं। • तीन में से करीब दो वयस्क (64.5 %) तम्बाकू उत्पादों के विज्ञापन या प्रोत्साहन पर गौर करते हैं। • वर्तमान समय में तम्बाकू का इस्तेमाल करने वाले (61.1 %) में पांच में से तीन ने तम्बाकू उत्पादों पर स्वास्थ्य चेतावनी पर गौर किया और वर्तमान समय में तम्बाकू का इस्तेमाल करने वाले (31.5 %) ने चेतावनी के लेबल की वजह से तम्बाकू छोड़ने के बारे में विचार किया।
गेट्स इंडिया अखिल भारतीय निवासियों का 15 साल या उससे ज्यादा आयु के लोगों का घरेलू सर्वेक्षण है जो सर्वेक्षण तारीख से पूर्व अपने प्राथमिक घर में रह रहे थे। छात्र, डोर्मेट्रीज, अस्पताल, छात्रावास, फौजी बैरक आदि जैसी संस्थागत आबादी को सर्वेक्षण में शामिल नहीं किया गया। सर्वेक्षण में भागीदारी पूरी तरह स्वैच्छिक थी।
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