Monday, December 27, 2010

सभी सांसदों के नाम आईएमसीएफ़जे का खुला पत्र

विषय - तंबाकू लाबी के आगे झुकने वाली सरकार के खिलाफ दबाव बनाए

महोदय /महोदया

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीते ंगलवार को सिगरेट, बीड़ी और गुटखे पर सचित्र चेतावनी को बदलने का फैसला एक साल के लिए टाल दिया है। इस बारे में इंडियन एक्सप्रेस समूह के हिंदी अखबार ने दिनांक ९ दिसंबर २०१० के अंक में बताया है कि यह फैसला तंबाकू लाबी के दबाव में उठाया गया है केंद्र सरकार के कई मंत्री मंत्री तंबाकू लाबी के ित को देखतेहुए अपने दबाव का इस्तेताल कर रहें हैं। यही वजह है कि लोगों की सेहत की परवाह रते हुए सिगरेट, बीड़ी और गुटखे पर से सचित्र चेतावनी बदलने का फैसला मंत्रिमडल ने टाल दिया ै। केंद्र सरकार का यह रवैया कई बार सामने आ चुका है गौरतलब है कि हर साल तंबाकू का सेवन शुरु करने वाले तीन लाख गरीब बच्चों में से नब्बे हजार बच्चे कैंसर के शिकार होकर दम तोड़ देते हैं

आप इस देश की सबसे बड़ी पंचायत के सदस्य है आप से हमारा संगठन अपील करता है कि लाखों बच्चों को मौत के मुंह से बचने के लिए संसद में आवाज उठाए ताकि केंद्र सरकार तंबाकू लाबी के दबाव से मुक्त होकर सिगरेट ,बीडी और गुटखा पर सचित्र चेतावनी में बदलाव लाकर इसके इस्तेमाल पर अंकुश लगाने की दिशा में पहल करे सचित्र चेतावनी से तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल से लोगों को प्रभावशाली ढंग से हतोत्साहित किया जा सकता है इस सिलसिले में प्रकाशित खबर और उसका अंग्रेजी अनुवाद साथ दिया जा रहा है

धन्यवाद

आपका

पवन कुमार

१० -१२- २०१०


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